बहुत समय पहले की बात है, एक घने जंगल में एक विशालकाय हाथी रहता था जिसका नाम गजराज था। गजराज अपनी विशाल कद-काठी और शक्तिशाली रूप के लिए मशहूर था। उसकी चाल और दहाड़ से जंगल के सभी जानवर प्रभावित थे। वहीं दूसरी ओर, उसी जंगल में एक छोटी सी गिलहरी भी रहती थी जिसका नाम चीकी था। चीकी अपनी फुर्ती और चंचलता के लिए जानी जाती थी। हालांकि दोनों का आकार और शक्ति में काफी अंतर था, लेकिन उनकी दोस्ती की कहानी बहुत अनोखी थी।
गजराज बहुत ही दयालु और समझदार था। वह जंगल के हर जीव से प्यार करता था और हमेशा उनकी मदद के लिए तैयार रहता था। चीकी भी बहुत ही समझदार और चतुर थी। वह गजराज की मदद से जंगल के अन्य जानवरों की परेशानियों को सुलझाने में मदद करती थी।
एक दिन, जंगल में एक बड़ा संकट आ गया। जंगल के किनारे एक नदी बहती थी और उस पर एक पुराना पुल था जो जानवरों के लिए नदी पार करने का एकमात्र रास्ता था। एक भयंकर तूफान के कारण वह पुल टूट गया। अब जानवरों के लिए नदी पार करना असंभव हो गया था। सभी जानवर परेशान हो गए क्योंकि नदी के उस पार खाने-पीने की बहुत सारी चीजें थीं।
गजराज और चीकी ने इस समस्या का समाधान ढूंढ़ने का निश्चय किया। उन्होंने सभी जानवरों को इकट्ठा किया और कहा, “हम मिलकर इस समस्या का हल निकालेंगे। हमें मिलजुल कर काम करना होगा।” सभी जानवरों ने एकजुट होकर उनकी बात मानी और मिलकर पुल बनाने की योजना बनाई।
गजराज ने अपनी विशालकाय शक्ति का उपयोग करके बड़े-बड़े पेड़ों को नदी के किनारे गिरा दिया। वहीं चीकी ने अपनी फुर्ती और चतुराई का इस्तेमाल करते हुए छोटे-छोटे तिनकों और पत्तों को इकट्ठा किया। सभी जानवरों ने मिलकर एक मजबूत और सुरक्षित पुल बनाने में मदद की।
एक दिन, जब सभी जानवर मिलकर काम कर रहे थे, तो एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई। नदी में पानी का बहाव अचानक से तेज हो गया और सभी जानवर डर के मारे पीछे हट गए। लेकिन गजराज और चीकी ने हार नहीं मानी। गजराज ने अपनी विशालकाय ताकत का इस्तेमाल करके पेड़ों को मजबूती से पकड़ रखा और चीकी ने अपनी चतुराई से बाकी जानवरों को सुरक्षित रखने के उपाय किए।
धीरे-धीरे, सभी जानवरों ने मिलकर पुल को बनाने का काम पूरा कर लिया। अब नदी पार करने का रास्ता तैयार था। सभी जानवर बहुत खुश हुए और उन्होंने गजराज और चीकी की तारीफ की।
इस घटना के बाद, जंगल में हर कोई जान गया कि एकता और सहयोग से किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है। गजराज और चीकी की दोस्ती और उनकी मेहनत ने सबको यह सिखाया कि चाहे आप कितने भी बड़े या छोटे हों, अगर आप मिलकर काम करते हैं तो आप किसी भी मुश्किल का सामना कर सकते हैं।
गजराज और चीकी की यह अनोखी दोस्ती जंगल में एक मिसाल बन गई। सभी जानवर उनकी प्रशंसा करने लगे और उनके द्वारा सिखाई गई एकता और सहयोग की भावना को अपनाने लगे।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि एकता, सहयोग और मिलजुल कर काम करने से किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है। हमें यह नहीं देखना चाहिए कि हम कितने बड़े या छोटे हैं, बल्कि यह देखना चाहिए कि हम अपने सहयोग से किसी भी बड़ी समस्या का सामना कर सकते हैं। गजराज और चीकी की दोस्ती ने हमें यह सिखाया कि सच्ची दोस्ती और सहयोग से हम किसी भी मुश्किल का हल पा सकते हैं।
Leave a Reply