बहुत समय पहले की बात है, एक घने और हरे-भरे जंगल में एक चंचल बंदर रहता था जिसका नाम मोंटू था। मोंटू अपने उछल-कूद और मस्तमौला स्वभाव के लिए जाना जाता था। जंगल के सभी जानवर उसकी शैतानी भरी हरकतों और मजेदार कूद-फांद को देखकर हंसते रहते थे। वहीं, उसी जंगल में एक विशालकाय हाथी रहता था जिसका नाम गजराज था। गजराज अपनी शांति और बुद्धिमत्ता के लिए मशहूर था। उसकी विशाल कद-काठी और शांत स्वभाव ने उसे जंगल के सभी जानवरों का आदर्श बना दिया था।
मोंटू और गजराज की दोस्ती कुछ खास नहीं थी क्योंकि मोंटू का मस्तमौला स्वभाव और गजराज का शांत स्वभाव उनके बीच एक खास रिश्ता बनाने में बाधक था। लेकिन एक दिन, एक अजीब घटना ने उनकी दोस्ती की शुरुआत की।
जंगल में एक दिन अचानक एक भयानक तूफान आ गया। तेज हवाओं और मूसलधार बारिश ने जंगल के सारे जानवरों को परेशान कर दिया। जंगल के सभी जानवर अपने-अपने घरों में छुपे हुए थे। मोंटू एक पेड़ के खोखले तने में छिपा हुआ था जबकि गजराज अपने बड़े शरीर से एक बड़े वृक्ष के नीचे आश्रय ले रहा था।
तूफान के दौरान, मोंटू ने देखा कि एक छोटी सी गिलहरी अपने घोंसले को बचाने के लिए संघर्ष कर रही थी। मोंटू ने गिलहरी की मदद करने का निश्चय किया, लेकिन उसकी छोटी सी उछल-कूद वाले हाथों से गिलहरी को सुरक्षित स्थान पर ले जाना मुश्किल हो रहा था। तभी, मोंटू ने गजराज को देखा और उसे एक विचार आया।
मोंटू ने गजराज के पास जाकर कहा, “गजराज, कृपया गिलहरी को सुरक्षित स्थान पर ले जाने में मेरी मदद करो। मैं खुद उसे नहीं ले जा सकता क्योंकि मैं बहुत छोटा हूँ।”
गजराज ने मोंटू की बात सुनी और उसकी मदद करने के लिए तैयार हो गया। गजराज ने अपनी विशाल सूंड से गिलहरी को gently पकड़ लिया और मोंटू के साथ मिलकर उसे एक सुरक्षित स्थान पर ले जाने लगा। गजराज के विशाल शरीर और मजबूत सूंड ने गिलहरी को तूफान से बचा लिया।
गिलहरी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर, मोंटू और गजराज ने राहत की साँस ली। मोंटू ने गजराज का धन्यवाद किया और कहा, “गजराज, तुम्हारी मदद के बिना मैं गिलहरी की सुरक्षा नहीं कर सकता था।”
गजराज ने मुस्कराते हुए कहा, “मोंटू, हर किसी की अपनी विशेषताएँ होती हैं। तुम्हारी फुर्ती और मेरी शक्ति दोनों मिलकर बड़ी से बड़ी समस्या को हल कर सकते हैं।”
इस घटना के बाद, मोंटू और गजराज के बीच एक नई दोस्ती की शुरुआत हुई। वे दोनों मिलकर जंगल के अन्य जानवरों की मदद करने लगे और जंगल में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए काम करने लगे।
एक दिन, जंगल में एक नई समस्या उत्पन्न हुई। एक बड़ी आग ने जंगल के एक हिस्से को घेर लिया था और सभी जानवरों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की जरूरत थी। मोंटू और गजराज ने मिलकर योजना बनाई। मोंटू ने अपनी फुर्ती और गजराज ने अपनी ताकत का उपयोग करके जानवरों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना शुरू किया।
मोंटू ने छोटी जगहों पर जाने के लिए अपनी फुर्ती का उपयोग किया और गजराज ने अपनी ताकत से भारी वस्तुएँ और बाधाओं को हटाया। दोनों ने मिलकर जानवरों को आग से सुरक्षित निकाला। मोंटू और गजराज की समन्वयित मेहनत से जंगल के सारे जानवर सुरक्षित जगह पर पहुँच गए और आग पर काबू पा लिया गया।
इस घटना के बाद, जंगल के जानवरों ने मोंटू और गजराज की खूब सराहना की। उन्होंने देखा कि कैसे एक छोटे और बड़े जानवर ने मिलकर एक बड़ी समस्या का समाधान किया। मोंटू और गजराज की दोस्ती और सहयोग ने जंगल में एक महत्वपूर्ण सबक सिखाया।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि विभिन्न क्षमताओं और गुणों वाले व्यक्तियों को मिलकर काम करने से बड़ी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। चाहे आप छोटे हों या बड़े, आपकी विशेषताएँ एक दूसरे की मदद कर सकती हैं और मिलकर किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है। मोंटू और गजराज की दोस्ती ने यह साबित कर दिया कि एकता और सहयोग से किसी भी मुश्किल को हल किया जा सकता है।
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